
कान में कई प्रकार के रोग हो सकते हैं। कान का बहना , फोड़े – फुंसी , कार्ण शूल , बहरापन आदि हैं।
फोड़े , फुंसी और दर्द
कान में फोड़े फुंसी और दर्द होने पर निम्नलिखित उपचार कर सकते हैं
- सरसों का तेल कान में डालने से फोड़े – फुंसी ठीक होते हैं।
- तिल्ली के तेल में लहसुन की कलियों को पकाएं और यह तेल ठंडा होने पर कान में डालें।
- दर्द होने पर प्याज़ का रस गरम करके कान में डालने पर आराम मिलेगा।
- तुलसी के पत्तों के रस में थोड़ा सा कपूर मिलाकर गर्म करें और कान में डालें।
- कान में गौमूत्र डालने से फोड़े – फुंसी ठीक होते हैं।
- लहसुन , मूली और अदरक तीनो का रस मिलाकर कान में डालने से अाराम होता है।
- नीम का तेल , बेल का तेल और लहसुन का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर कान में डालने से लाभ होता है।
- केले के तने का रस कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है।
- तुलसी के पत्तों के रस में जरा सा कपूर घोंटकर कान में डालने से फोड़े – फुंसी में आराम मिलता है।
- कान में स्वमूत्र डालने से कान का दर्द रुक जाता है।
- सरसों के तेल में थोड़ा सा बचका चूर्ण डालकर पकाएं तथा ठंडा होने पर बूँद बूँद करके कान में डालने से लाभ होता है।
- नीम के तेल में थोड़ा शहद मिलाकर कान में डालने से दर्द ठीक होता है।
- धतूरे का रस कान में डालने से कान का दर्द रुक जाता है।
- चुकंदर के पत्तों का रस कान में डालने से भी कान का दर्द मिटता है।
- सेम की पत्तिओं का रस गरम करके कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है।
- बरगद का दूध कान में डालने से कान का दर्द रुक जाता है।